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भारत उन देशों में से एक है जिसने कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए देशभर में सबसे बड़ा लॉकडाउन घोषित किया है। अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए लॉकडाउन के साथ-साथ पिछले महीने सरकार ने Aarogya Setu App को लॉन्च किया, जो कि एक ब्लूटूथ व जीपीएस आधारित ऐप है। यह लोगों को कोरोना वायरस संक्रमित पॉजिटिव लोगों को ट्रैक करके उनसे दूरी बनाने में मदद करता है।
आपको बता दें, सरकार द्वारा लॉन्च यह ऐप भारत में मौजूद 50 करोड़ स्मार्टफोन यूज़र्स के लिए ज़ारी किया गया था, लेकिन केवल 9 करोड़ स्मार्टफोन यूज़र्स ने ही अब तक इसे अपने फोन में डाउनलोड किया है। इसके अलावा भारत में 40 करोड़ ऐसे लोग हैं जो फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं, जो कि इस ऐप के दायरे में ही नहीं आते।
आने वाले दिनों में आरोग्य सेतु ऐप को 10 करोड़ जियो फोन यूज़र्स के लिए रोलआउट किया जाएगा। जियो फोन की कीमत 1,200 रुपये है, जो कि एक इंटरनेट-इनेबल फीचर फोन है। यह फोन KaiOS नाम के ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है।
Reliance इंडस्ट्री द्वारा यह फीचर फोन साल 2017 में लॉन्च किया गया था, जिसमें 4जी सपोर्ट मौजूद है। यूज़र्स इस फोन में फेसबुक व व्हाट्सऐप जैसे ऐप्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
ट्रेसिंग ऐप्स जैसे आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल वायरस के संपर्क में आए लोगों की पहचान, टेस्टिंग व उन्हें दूसरे लोगों से अलग रखने की प्रक्रिया में तेज़ी लाता है।
इसके अलावा जैसा कि हमने पहले बताया, सरकार ने एक टोल फ्री नंबर भी ज़ारी किया है। दरअस्ल, सरकार ने Aarogya Setu Interactive Voice Response System (IVRS) के तहत एक टोल-फ्री सर्विस ज़ारी की है। इस सर्विस में नागरिकों को एक टोल-फ्री नंबर पर मिस्ड कॉल करनी है, वो नंबर है ‘1921’। इस नंबर पर मिस्ड कॉल करने के बाद आपको वापस कॉल आएगा, इस कॉल में आपके स्वास्थ्य से जु़ड़े इनपुट्स लिए जाएंगे। यह वही सावाल होंगे तो आरोग्य सेतु ऐप में पूछे जाते हैं, इन्हीं सवाल के जवाबों के आधार पर आपको अलर्ट किया जाएगा कि आपको कोरोना वायरस का खतरा है या नहीं।
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