*Yearly subscription for just ₹249 + Free Coupon worth ₹200
ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
प्रीमियम लक्जरी कार निर्माता Porsche India (पोर्श इंडिया) ने बुधवार को कहा कि कंपनी के निदेशक पवन शेट्टी ने “व्यक्तिगत” कारणों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कंपनी में 4 साल और 7 महीने तक अपनी सेवाएं दी। फिलहाल सेल्स के प्रमुख आशीष कौल कंपनी के दिन-प्रतिदिन के संचालन के लिए उनकी जगह पर जिम्मेदारी संभालेंगे।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि कौल सीधे तौर पर Skoda Auto Volkswagen India (स्कोडा ऑटो वोक्सवैगन इंडिया) के प्रबंध निदेशक गुरूप्रताप बोपाराय को रिपोर्ट करेंगे। बयान में कहा गया है, “पॉर्श इंडिया के निदेशक पवन शेट्टी ने निजी कारणों के चलते 1 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।”
बयान के मुताबिक अंतरिम तौर पर, कौल पोर्श इंडिया में दिन-प्रतिदिन के संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे और सीधे बोपाराय को रिपोर्ट करेंगे।
पोर्श इंडिया ने कहा, “स्थायी प्रतिस्थापन पर कोई घोषणा कुछ समय बाद की जाएगी।”
शेट्टी ने जनवरी 2016 में पोर्शे इंडिया में काम शुरू किया था। इससे पहले वह Lamborghini India (लेम्बोर्गिनी इंडिया) के प्रमुख थे। Volkswagen (फॉक्सवैगन), Skoda (स्कोडा), Audi (ऑडी), Porsche (पोर्शे) और Lamborghini (लेम्बोर्गिनी) भारत में फॉक्सवैगन समूह के ब्रांड हैं।
शेट्टी ने भारतीय कार बाजार में पोर्शे ब्रांड को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। वे Carrera S (कैरेरा एस), Carrera Cabriolet (कैरेरा कैब्रियोलेट) से लेकर नए Cayenne Coupe (केयेन कूप) जैसे विभिन्न प्रॉडक्ट लॉन्च का हिस्सा रहे हैं।
पवन शेट्टी ने 1990 के दशक के अंत में कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। व्यक्तिगत चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, पवन ने अपने करियर की शुरुआत फाइनेंशियल एक्सप्रेस से की जहां वे घर-घर जाकर समाचार पत्रों का सब्सक्रिप्शन देते थे।
बाद में 2000 में, उन्हें एचएसबीसी में मानव संसाधन विभाग में नौकरी मिली। बैंक में काम करते हुए, शेट्टी ने उच्च शिक्षा के लिए तैयारी की। 2002 में, उन्हें मुंबई के सिडेनहम कॉलेज में दाखिला मिला जहां उन्होंने मार्केटिंग की पढ़ाई की।
एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद, 2003 में उन्होंने कैस्ट्रॉल इंडिया में एक प्रशिक्षु के रूप में काम शुरू किया।
2004 में उन्होंने टाटा मोटर्स की वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय इकाई में काम शुरू किया। Tata Motors (टाटा मोटर्स) में तीन साल तक काम करने के बाद, शेट्टी 2007 में क्षेत्रीय कार प्रबंधक के रूप में अमेरिकी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Ford India (फोर्ड इंडिया) ज्वाइन कर ली।
इसके बाद 2012 में शेट्टी ने लेम्बोर्गिनी इंडिया के साथ सुपर लक्जरी सेगमेंट में अपने पैर जमाए, जहां उन्होंने तीन साल तक कंपनी के भारत में कामकाज को संभाला।
सार
पवन शेट्टी 2016 से थे पोर्श इंडिया कंपनी के सीईओ
हेड आशीष कॉल को नया अंतरिम सीईओ बनाया
भारत में Carrera S, Carrera Cabriot और Cayenne Coupe की लॉन्चिंग में थी अहम भूमिका
विस्तार
प्रीमियम लक्जरी कार निर्माता Porsche India (पोर्श इंडिया) ने बुधवार को कहा कि कंपनी के निदेशक पवन शेट्टी ने “व्यक्तिगत” कारणों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कंपनी में 4 साल और 7 महीने तक अपनी सेवाएं दी। फिलहाल सेल्स के प्रमुख आशीष कौल कंपनी के दिन-प्रतिदिन के संचालन के लिए उनकी जगह पर जिम्मेदारी संभालेंगे।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि कौल सीधे तौर पर Skoda Auto Volkswagen India (स्कोडा ऑटो वोक्सवैगन इंडिया) के प्रबंध निदेशक गुरूप्रताप बोपाराय को रिपोर्ट करेंगे। बयान में कहा गया है, “पॉर्श इंडिया के निदेशक पवन शेट्टी ने निजी कारणों के चलते 1 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।”
बयान के मुताबिक अंतरिम तौर पर, कौल पोर्श इंडिया में दिन-प्रतिदिन के संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे और सीधे बोपाराय को रिपोर्ट करेंगे।
Pavan Shetty with Porsche Cayenne Coupe – फोटो : File Photo
पोर्श इंडिया ने कहा, “स्थायी प्रतिस्थापन पर कोई घोषणा कुछ समय बाद की जाएगी।”
शेट्टी ने जनवरी 2016 में पोर्शे इंडिया में काम शुरू किया था। इससे पहले वह Lamborghini India (लेम्बोर्गिनी इंडिया) के प्रमुख थे। Volkswagen (फॉक्सवैगन), Skoda (स्कोडा), Audi (ऑडी), Porsche (पोर्शे) और Lamborghini (लेम्बोर्गिनी) भारत में फॉक्सवैगन समूह के ब्रांड हैं।
शेट्टी ने भारतीय कार बाजार में पोर्शे ब्रांड को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। वे Carrera S (कैरेरा एस), Carrera Cabriolet (कैरेरा कैब्रियोलेट) से लेकर नए Cayenne Coupe (केयेन कूप) जैसे विभिन्न प्रॉडक्ट लॉन्च का हिस्सा रहे हैं।
पवन शेट्टी ने 1990 के दशक के अंत में कॉमर्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। व्यक्तिगत चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, पवन ने अपने करियर की शुरुआत फाइनेंशियल एक्सप्रेस से की जहां वे घर-घर जाकर समाचार पत्रों का सब्सक्रिप्शन देते थे।
बाद में 2000 में, उन्हें एचएसबीसी में मानव संसाधन विभाग में नौकरी मिली। बैंक में काम करते हुए, शेट्टी ने उच्च शिक्षा के लिए तैयारी की। 2002 में, उन्हें मुंबई के सिडेनहम कॉलेज में दाखिला मिला जहां उन्होंने मार्केटिंग की पढ़ाई की।
एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद, 2003 में उन्होंने कैस्ट्रॉल इंडिया में एक प्रशिक्षु के रूप में काम शुरू किया।
2004 में उन्होंने टाटा मोटर्स की वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय इकाई में काम शुरू किया। Tata Motors (टाटा मोटर्स) में तीन साल तक काम करने के बाद, शेट्टी 2007 में क्षेत्रीय कार प्रबंधक के रूप में अमेरिकी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Ford India (फोर्ड इंडिया) ज्वाइन कर ली।
इसके बाद 2012 में शेट्टी ने लेम्बोर्गिनी इंडिया के साथ सुपर लक्जरी सेगमेंट में अपने पैर जमाए, जहां उन्होंने तीन साल तक कंपनी के भारत में कामकाज को संभाला।